1

अठारह स्मृतियों का परिचय – athaarah smrtiyon ka parichay

News Discuss 
स्मृतियों का मनुष्य के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान हैं । स्मृतियों की रचना के पीछे ऋषि मुनियों का यह ध्येय था कि मनुष्य अपने धर्म को समझ सके और उसके अनुसार शुद्ध आचरण करे। मनुष्य अपने जीवन में पाप-पुण्य, नीति-अनीति को पहचानने का विवेक प्राप्त कर सके तथा मनुष्य अपने जीवन में देव, पितृ, मातृ और गुरू आदि के प्रति अपने कर्तव्यों को समझें और उन सबके प्रति अपने कर्तव्यों का भली-भांति... https://www.blazingfacts.com/athaarah-smrtiyon-ka-parichay/

Comments

    No HTML

    HTML is disabled


Who Upvoted this Story