तुलसी बीजों को सहदेई के रस में पीस करके उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके तिलक लगाने से समस्त लोग सम्मोहित होते हैं। यह मंत्र न केवल रिश्तों में सामंजस्य स्थापित करने में सहायक होता है, बल्कि टूटे हुए संबंधों को जोड़ने और आपसी समझ को गहरा करने का माध्यम भी https://josephn528wvv4.ktwiki.com/user